Srimadvalmiki ramayana mahatmya chapter 2(श्रीमद्वाल्मीकीय रामायणमाहात्म्य दूसरा अध्याय नारद-सनत्कुमार-संवाद, सुदास या सोमदत्त नामक ब्राह्मणको राक्षसत्वकी प्राप्ति तथा रामायण-कथा-श्रवणद्वारा उससे उद्धार)

Srimadvalmiki ramayana mahatmya chapter 2(श्रीमद्वाल्मीकीय रामायणमाहात्म्य दूसरा अध्याय नारद-सनत्कुमार-संवाद, सुदास या सोमदत्त नामक ब्राह्मणको राक्षसत्वकी प्राप्ति तथा रामायण-कथा-श्रवणद्वारा उससे उद्धार) (दूसरा अध्याय) नारद-सनत्कुमार-संवाद, सुदास या सोमदत्त नामक ब्राह्मणको राक्षसत्वकी प्राप्ति तथा रामायण-कथा-श्रवणद्वारा उससे उद्धार ऋषियोंने पूछा- महामुने ! देवर्षि नारदमुनिने सनत्कुमारजीसे रामायणसम्बन्धी सम्पूर्ण धर्मोंका किस प्रकार वर्णन किया था? उन दोनों ब्रह्मवादी महात्माओंका किस क्षेत्रमें … Read more

Srimadvalmiki ramayana mahatmya chapter 1(श्रीमद्वाल्मीकीय रामायणमाहात्म्य पहला अध्याय कलियुगकी स्थिति, कलिकालके मनुष्योंके उद्धारका उपाय, रामायणपाठ, उसकी महिमा, उसके श्रवणके लिये उत्तम काल आदिका वर्णन)

Srimadvalmiki ramayana mahatmya chapter 1(श्रीमद्वाल्मीकीय रामायणमाहात्म्य पहला अध्याय कलियुगकी स्थिति, कलिकालके मनुष्योंके उद्धारका उपाय, रामायणपाठ, उसकी महिमा, उसके श्रवणके लिये उत्तम काल आदिका वर्णन) ।। श्रीसीतारामचन्द्राभ्यां नमः ॥ (श्रीमद्वाल्मीकीय रामायणमाहात्म्य) (पहला अध्याय) कलियुगकी स्थिति, कलिकालके मनुष्योंके उद्धारका उपाय, रामायणपाठ, उसकी महिमा, उसके श्रवणके लिये उत्तम काल आदिका वर्णन श्रीरामचन्द्रजी समस्त संसारको शरण देनेवाले हैं। श्रीरामके … Read more

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