Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 27 to 31 (श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 27 से 31 :-27. भरत-कौसल्या संवाद और दशरथजी की अन्त्येष्टि क्रिया 28. वशिष्ठ-भरत संवाद, श्री रामजी को लाने के लिए चित्रकूट जाने की तैयारी 29. अयोध्यावासियों सहित श्री भरत-शत्रुघ्न आदि का वनगमन 30. निषाद की शंका और सावधानी 31. भरत-निषाद मिलन और संवाद और भरतजी का तथा नगरवासियों का प्रेम)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (द्वितीय सोपान) (अयोध्या कांड) Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 27 to 31 (श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 27 से 31 :- 27. भरत-कौसल्या संवाद और दशरथजी की अन्त्येष्टि क्रिया 28. वशिष्ठ-भरत संवाद, श्री रामजी को लाने के लिए चित्रकूट जाने की तैयारी 29. अयोध्यावासियों सहित श्री … Read more

Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 21 to 26 (श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 21 से 26 :-21 श्री राम-वाल्मीकि संवाद 22. चित्रकूट में निवास, कोल-भीलों के द्वारा सेवा 23. सुमन्त्र का अयोध्या को लौटना और सर्वत्र शोक देखना 24. दशरथ-सुमन्त्र संवाद, दशरथ मरण 25. मुनि वशिष्ठ का भरतजी को बुलाने के लिए दूत भेजना 26. श्री भरत-शत्रुघ्न का आगमन और शोक)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (द्वितीय सोपान) (अयोध्या कांड) Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 21 to 26 (श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 21 से 26 :- 21 श्री राम-वाल्मीकि संवाद 22. चित्रकूट में निवास, कोल-भीलों के द्वारा सेवा 23. सुमन्त्र का अयोध्या को लौटना और सर्वत्र शोक देखना 24. दशरथ-सुमन्त्र … Read more

Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 15 to 20 (  श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 15 से 20:-15. श्री राम का श्रृंगवेरपुर पहुँचना, निषाद के द्वारा सेवा 16. लक्ष्मण-निषाद संवाद, श्री राम-सीता से सुमन्त्र का संवाद, सुमंत्र का लौटना 17. केवट का प्रेम और गंगा पार जाना 18. प्रयाग पहुँचना, भरद्वाज संवाद, यमुनातीर निवासियों का प्रेम 19. तापस प्रकरण 20. यमुना को प्रणाम, वनवासियों का प्रेम)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (द्वितीय सोपान) (अयोध्या कांड) Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 15 to 20 (  श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 15 से 20:- 15. श्री राम का श्रृंगवेरपुर पहुँचना, निषाद के द्वारा सेवा 16. लक्ष्मण-निषाद संवाद, श्री राम-सीता से सुमन्त्र का संवाद, सुमंत्र का लौटना 17. केवट … Read more

Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 7 to 14 (  श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 7 से 14:-7. श्री राम-दशरथ संवाद, अवधवासियों का विषाद, कैकेयी को समझाना 8. श्री राम-कौसल्या संवाद 9. श्री सीता-राम संवाद 10. श्री राम-कौसल्या-सीता संवाद 11. श्री राम-लक्ष्मण संवाद 12. श्री लक्ष्मण-सुमित्रा संवाद 13. श्री रामजी, लक्ष्मणजी, सीताजी का महाराज दशरथ के पास विदा माँगने जाना, दशरथजी का सीताजी को समझाना 14. श्री राम-सीता-लक्ष्मण का वन गमन और नगर निवासियों को सोए छोड़कर आगे बढ़ना)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (द्वितीय सोपान) (अयोध्या कांड) Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 7 to 14 (  श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 7 से 14:- 7. श्री राम-दशरथ संवाद, अवधवासियों का विषाद, कैकेयी को समझाना 8. श्री राम-कौसल्या संवाद 9. श्री सीता-राम संवाद 10. श्री राम-कौसल्या-सीता संवाद 11. श्री … Read more

Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 1 to 6 (  श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 1 से6:-1.अयोध्याकाण्ड मंगलाचरण 2. राम राज्याभिषेक की तैयारी, देवताओं की व्याकुलता तथा सरस्वती से उनकी प्रार्थना 3. सरस्वती का मन्थरा की बुद्धि फेरना, कैकेयी-मन्थरा संवाद, प्रजा में खुशी 4. कैकेयी का कोपभवन में जाना 5. दशरथ-कैकेयी संवाद और दशरथ शोक, सुमन्त्र का महल में जाना और वहाँ से लौटकर श्री रामजी को महल में भेजना 6. श्री राम-कैकेयी संवाद)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (द्वितीय सोपान) (अयोध्या कांड)   Sri ramcharitmanas dvitiye sopan ayodhya kand chapter 1 to 6 (  श्रीरामचरितमानस द्वितीय सोपान अयोध्या कांड  अध्याय 1 से6:- 1.अयोध्याकाण्ड मंगलाचरण 2. राम राज्याभिषेक की तैयारी, देवताओं की व्याकुलता तथा सरस्वती से उनकी प्रार्थना 3. सरस्वती का मन्थरा की बुद्धि फेरना, कैकेयी-मन्थरा संवाद, … Read more

Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 56 to 58 ( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 56 से 58 :-56. श्री सीता-राम विवाह, विदाई 57. बारात का अयोध्या लौटना और अयोध्या में आनंद 58. श्री रामचरित् सुनने-गाने की महिमा)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (प्रथम सोपान) (बालकाण्ड) Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 56 to 58(  श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 56 से 58 :-56. श्री सीता-राम विवाह, विदाई 57. बारात का अयोध्या लौटना और अयोध्या में आनंद 58. श्री रामचरित् सुनने-गाने की महिमा)   (अध्याय 56) श्री सीता-राम विवाह, विदाई छन्द … Read more

Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 54 to 55( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 54 से 55 :-54. दशरथजी के पास जनकजी का दूत भेजना, अयोध्या से बारात का प्रस्थान 55. बारात का जनकपुर में आना और स्वागतादि)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (प्रथम सोपान) (बालकाण्ड) Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 54 to 55( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 54 से 55 :-54. दशरथजी के पास जनकजी का दूत भेजना, अयोध्या से बारात का प्रस्थान 55. बारात का जनकपुर में आना और स्वागतादि)   (अध्याय 54) (दशरथजी के पास जनकजी … Read more

Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 48 to 53( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 48 से 53 :-48. श्री सीताजी का यज्ञशाला में प्रवेश 49. बंदीजनों द्वारा जनकप्रतिज्ञा की घोषणा, राजाओं से धनुष न उठना, जनक की निराशाजनक वाणी 50. श्री लक्ष्मणजी का क्रोध 51. सीता स्वयंवर धनुषभंग 52. जयमाला पहनाना, परशुराम का आगमन व क्रोध 53. श्री राम-लक्ष्मण और परशुराम-संवाद)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (प्रथम सोपान) (बालकाण्ड) Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 48 to 53( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 48 से 53 :-48. श्री सीताजी का यज्ञशाला में प्रवेश 49. बंदीजनों द्वारा जनकप्रतिज्ञा की घोषणा, राजाओं से धनुष न उठना, जनक की निराशाजनक वाणी 50. श्री लक्ष्मणजी का क्रोध 51. … Read more

Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 39 to 47( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 39 से 47 :- 39. विश्वामित्र का राजा दशरथ से राम-लक्ष्मण को माँगना, ताड़का वध 40. विश्वामित्र-यज्ञ की रक्षा 41. अहल्या उद्धार 42. श्री राम-लक्ष्मण सहित विश्वामित्र का जनकपुर में प्रवेश 43. श्री राम-लक्ष्मण को देखकर जनकजी की प्रेम मुग्धता 44. श्री राम-लक्ष्मण का जनकपुर निरीक्षण 45. पुष्पवाटिका-निरीक्षण, सीताजी का प्रथम दर्शन, श्री सीता-रामजी का परस्पर दर्शन 46. श्री सीताजी का पार्वती पूजन एवं वरदान प्राप्ति तथा राम-लक्ष्मण संवाद 47. श्री राम-लक्ष्मण सहित विश्वामित्र का यज्ञशाला में प्रवेश)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (प्रथम सोपान) (बालकाण्ड) Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 39 to 47( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 39 से 47 :- 39. विश्वामित्र का राजा दशरथ से राम-लक्ष्मण को माँगना, ताड़का वध 40. विश्वामित्र-यज्ञ की रक्षा 41. अहल्या उद्धार 42. श्री राम-लक्ष्मण सहित विश्वामित्र का जनकपुर में प्रवेश … Read more

Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 34 to 38( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 34 से 38 :-34. रावणादिका जन्म, तपस्या और उनका ऐश्वर्य तथा अत्याचार 35. पृथ्वी और देवतादि की करुण पुकार 36. भगवान् का वरदान 37. राजा दशरथ का पुत्रेष्टि यज्ञ, रानियों का गर्भवती होना 38. श्री भगवान् राम का प्राकट्य और बाललीला का आनंद)

॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ (श्रीजानकीवल्लभो विजयते) (श्रीरामचरितमानस) (प्रथम सोपान) (बालकाण्ड) Sri ramcharitmanas pratham sopan balkand chapter 34 to 38( श्रीरामचरितमानस प्रथम सोपान बालकाण्ड अध्याय 34 से 38 :-34. रावणादिका जन्म, तपस्या और उनका ऐश्वर्य तथा अत्याचार 35. पृथ्वी और देवतादि की करुण पुकार 36. भगवान् का वरदान 37. राजा दशरथ का पुत्रेष्टि यज्ञ, रानियों का … Read more

error: Content is protected !!