Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 17(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:17 सतीको शिवसे वरकी प्राप्ति तथा भगवान् शिवका ब्रह्माजीको दक्षके पास भेजकर सतीका वरण करना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 17(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:17 सतीको शिवसे वरकी प्राप्ति तथा भगवान् शिवका ब्रह्माजीको दक्षके पास भेजकर सतीका वरण करना) (अध्याय:17) :-ब्रह्माजी कहते हैं-मुने ! उधर सतीने आश्विन मासके शुक्ल पक्षकी अष्टमी तिथिको उपवास करके भक्तिभावसे सर्वेश्वर शिवका पूजन किया। इस प्रकार नन्दाव्रत … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 16(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:16 ब्रह्माजीका रुद्रदेवसे सतीके साथ विवाह करनेका अनुरोध, श्रीविष्णुद्वारा अनुमोदन और श्रीरुद्रकी इसके लिये स्वीकृति)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 16(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:16 ब्रह्माजीका रुद्रदेवसे सतीके साथ विवाह करनेका अनुरोध, श्रीविष्णुद्वारा अनुमोदन और श्रीरुद्रकी इसके लिये स्वीकृति) (अध्याय:16) :-ब्रह्माजी कहते हैं-श्रीविष्णु आदि देवताओंद्वारा की हुई उस स्तुतिको सुनकर सबकी उत्पत्तिके हेतुभूत भगवान् शंकर बड़े प्रसन्न हुए और जोर-जोरसे हँसने लगे। … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 15(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:15 सतीकी तपस्यासे संतुष्ट देवताओंका कैलासमें जाकर भगवान् शिवका स्तवन करना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 15(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:15 सतीकी तपस्यासे संतुष्ट देवताओंका कैलासमें जाकर भगवान् शिवका स्तवन करना) (अध्याय:15) :-ब्रह्माजी कहते हैं-नारद ! एक दिन मैंने तुम्हारे साथ जाकर पिताके पास खड़ी हुई सतीको देखा। वह तीनों लोकोंकी सारभूता सुन्दरी थी। उसके पिताने मुझे नमस्कार … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 14(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:14 दक्षकी साठ कन्याओंका विवाह, दक्ष और वीरिणीके यहाँ देवी शिवाका अवतार, दक्षद्वारा उनकी स्तुति तथा सतीके सद्गुणों एवं चेष्टाओंसे माता-पिताकी प्रसन्नता)

रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 14(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:14 दक्षकी साठ कन्याओंका विवाह, दक्ष और वीरिणीके यहाँ देवी शिवाका अवतार, दक्षद्वारा उनकी स्तुति तथा सतीके सद्गुणों एवं चेष्टाओंसे माता-पिताकी प्रसन्नता) (अध्याय:14) :-ब्रह्माजी कहते हैं- देवर्षे ! इसी समय दक्षके इस बर्तावको जानकर मैं भी वहाँ आ … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 13 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:13 ब्रह्माजीकी आज्ञासे दक्षद्वारा मैथुनी सृष्टिका आरम्भ, अपने पुत्र हर्यश्वों और शबलाश्वोंको निवृत्तिमार्गमें भेजनेके कारण दक्षका नारदको शाप देना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 13 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:13 ब्रह्माजीकी आज्ञासे दक्षद्वारा मैथुनी सृष्टिका आरम्भ, अपने पुत्र हर्यश्वों और शबलाश्वोंको निवृत्तिमार्गमें भेजनेके कारण दक्षका नारदको शाप देना) (अध्याय:13) ब्रह्माजी कहते हैं- नारद ! प्रजापति दक्ष अपने आश्रमपर जाकर मेरी आज्ञा पा हर्षभरे मनसे नाना प्रकारकी … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 11 or 12(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:11 और 12 दक्षकी तपस्या और देवी शिवाका उन्हें वरदान देना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 11 or 12(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:11 और 12 दक्षकी तपस्या और देवी शिवाका उन्हें वरदान देना) (अध्याय:11 और 12)   :-नारदजीने पूछा- पूज्य पिताजी ! दृढ़तापूर्वक उत्तम व्रतका पालन करनेवाले दक्षने तपस्या करके देवीसे कौन-सा वर प्राप्त किया तथा वे देवी … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 7 to 10(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:6 से 10 संध्याकी आत्माहुति, उसका अरुन्धतीके रूपमें अवतीर्ण होकर मुनिवर वसिष्ठके साथ विवाह करना, ब्रह्माजीका रुद्रके विवाहके लिये प्रयत्न और चिन्ता तथा भगवान् विष्णुका उन्हें ‘शिवा’ की आराधनाके लिये उपदेश देकर चिन्तामुक्त करना)

रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 7 to 10(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:7 से 10 संध्याकी आत्माहुति, उसका अरुन्धतीके रूपमें अवतीर्ण होकर मुनिवर वसिष्ठके साथ विवाह करना, ब्रह्माजीका रुद्रके विवाहके लिये प्रयत्न और चिन्ता तथा भगवान् विष्णुका उन्हें ‘शिवा’ की आराधनाके लिये उपदेश देकर चिन्तामुक्त करना) (अध्याय:6 से … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 6(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:6 संध्याकी तपस्या, उसके द्वारा भगवान् शिवकी स्तुति तथा उससे संतुष्ट हुए शिवका उसे अभीष्ट वर दे मेधातिथिके यज्ञमें भेजनाब्रह्माजी कहते हैं- मेरे पुत्रोंमें श्रेष्ठ)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 6(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:6 संध्याकी तपस्या, उसके द्वारा भगवान् शिवकी स्तुति तथा उससे संतुष्ट हुए शिवका उसे अभीष्ट वर दे मेधातिथिके यज्ञमें भेजनाब्रह्माजी कहते हैं- मेरे पुत्रोंमें श्रेष्ठ) (अध्याय:6) महाप्राज्ञ नारद ! तपस्याके नियमका उपदेश दे जब वसिष्ठजी अपने घर चले … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 3 to 5(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:3 से 5 कामदेवके नामोंका निर्देश, उसका रतिके साथ विवाह तथा कुमारी संध्याका चरित्र – वसिष्ठ मुनिका चन्द्रभाग पर्वतपर उसको तपस्याकी विधि बताना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 3 to 5(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:3 से 5 कामदेवके नामोंका निर्देश, उसका रतिके साथ विवाह तथा कुमारी संध्याका चरित्र – वसिष्ठ मुनिका चन्द्रभाग पर्वतपर उसको तपस्याकी विधि बताना) (अध्याय:3 से 5) :-ब्रह्माजी कहते हैं-मुने ! तदनन्तर मेरे अभिप्रायको जाननेवाले मरीचि आदि … Read more

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