Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 30(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 30 सतीका योगाग्निसे अपने शरीरको भस्म कर देना, दर्शकोंका हाहाकार, शिवपार्षदोंका प्राणत्याग तथा दक्षपर आक्रमण, ऋभुओंद्वारा उनका भगाया जाना तथा देवताओंकी चिन्ता)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 30(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 30 सतीका योगाग्निसे अपने शरीरको भस्म कर देना, दर्शकोंका हाहाकार, शिवपार्षदोंका प्राणत्याग तथा दक्षपर आक्रमण, ऋभुओंद्वारा उनका भगाया जाना तथा देवताओंकी चिन्ता) (अध्याय 30) :-ब्रह्माजी कहते हैं-नारद ! मौन हुई सतीदेवी अपने पतिका सादर स्मरण करके शान्तचित्त हो … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 29(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 29 यज्ञशालामें शिवका भाग न देखकर सतीके रोषपूर्ण वचन, दक्षद्वारा शिवकी निन्दा सुन दक्ष तथा देवताओंको धिक्कार-फटकारकर सतीद्वारा अपने प्राण त्यागका निश्चय)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 29(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 29 यज्ञशालामें शिवका भाग न देखकर सतीके रोषपूर्ण वचन, दक्षद्वारा शिवकी निन्दा सुन दक्ष तथा देवताओंको धिक्कार-फटकारकर सतीद्वारा अपने प्राण त्यागका निश्चय) (अध्याय 29) :-ब्रह्माजी कहते हैं- नारद ! दक्षकन्या सती उस स्थानपर गयीं, जहाँ वह महान् प्रकाशसे … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 28(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 28 दक्षयज्ञका समाचार पा सतीका शिवसे वहाँ चलनेके लिये अनुरोध, दक्षके शिवद्रोहको जानकर भगवान् शिवकी आज्ञासे देवी सतीका पिताके यज्ञमण्डपकी ओर शिवगणोंके साथ प्रस्थान)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 28(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 28 दक्षयज्ञका समाचार पा सतीका शिवसे वहाँ चलनेके लिये अनुरोध, दक्षके शिवद्रोहको जानकर भगवान् शिवकी आज्ञासे देवी सतीका पिताके यज्ञमण्डपकी ओर शिवगणोंके साथ प्रस्थान) (अध्याय 28 ) :-ब्रह्माजी कहते हैं- नारद ! जब देवर्षिगण बड़े उत्साह और हर्षके … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 27(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 27 दक्षके द्वारा महान् यज्ञका आयोजन, उसमें ब्रह्मा, विष्णु, देवताओं और ऋषियोंका आगमन, दक्षद्वारा सबका सत्कार, यज्ञका आरम्भ, दधीचिद्वारा भगवान् शिवको बुलानेका अनुरोध और दक्षके विरोध करनेपर शिव-भक्तोंका वहाँसे निकल जाना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 27(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 27 दक्षके द्वारा महान् यज्ञका आयोजन, उसमें ब्रह्मा, विष्णु, देवताओं और ऋषियोंका आगमन, दक्षद्वारा सबका सत्कार, यज्ञका आरम्भ, दधीचिद्वारा भगवान् शिवको बुलानेका अनुरोध और दक्षके विरोध करनेपर शिव-भक्तोंका वहाँसे निकल जाना) (अध्याय 27) :-ब्रह्माजी कहते हैं- नारद ! … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 26(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 26 प्रयागमें समस्त महात्मा मुनियोंद्वारा किये गये यज्ञमें दक्षका भगवान् शिवको तिरस्कारपूर्वक शाप देना तथा नन्दीद्वारा ब्राह्मणकुलको शाप-प्रदान, भगवान् शिवका नन्दीको शान्त करना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 26(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 26 प्रयागमें समस्त महात्मा मुनियोंद्वारा किये गये यज्ञमें दक्षका भगवान् शिवको तिरस्कारपूर्वक शाप देना तथा नन्दीद्वारा ब्राह्मणकुलको शाप-प्रदान, भगवान् शिवका नन्दीको शान्त करना) (अध्याय 26) :-ब्रह्माजी कहते हैं-नारद ! पूर्वकालमें समस्त महात्मा मुनि प्रयागमें एकत्र हुए थे। वहाँ सम्मिलित हुए … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 25 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 25 श्रीशिवके द्वारा गोलोकधाममें श्रीविष्णुका गोपेशके पदपर अभिषेक तथा उनके प्रति प्रणामका प्रसंग सुनाकर श्रीरामका सतीके मनका संदेह दूर करना, सतीका शिवके द्वारा मानसिक त्याग)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 25 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 25 श्रीशिवके द्वारा गोलोकधाममें श्रीविष्णुका गोपेशके पदपर अभिषेक तथा उनके प्रति प्रणामका प्रसंग सुनाकर श्रीरामका सतीके मनका संदेह दूर करना, सतीका शिवके द्वारा मानसिक त्याग) (अध्याय 25) :-श्रीराम बोले-देवि ! प्राचीनकालमें एक समय परम स्रष्टा भगवान् शम्भुने … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 24 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 24 दण्डकारण्यमें शिवको श्रीरामके प्रति मस्तक झुकाते देख सतीका मोह तथा शिवकी आज्ञासे उनके द्वारा श्रीरामकी परीक्षा)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 24 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती खंड अध्याय 24 दण्डकारण्यमें शिवको श्रीरामके प्रति मस्तक झुकाते देख सतीका मोह तथा शिवकी आज्ञासे उनके द्वारा श्रीरामकी परीक्षा) (अध्याय 24) :-नारदजी बोले- ब्रह्मन् ! विधे ! प्रजानाथ ! महाप्राज्ञ ! दयानिधे ! आपने भगवान् शंकर तथा देवी सतीके … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 21 to 23 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:21 से 23 सतीका प्रश्न तथा उसके उत्तरमें भगवान् शिवद्वारा ज्ञान एवं नवधा भक्तिके स्वरूपका विवेचन)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 21 to 23 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:21 से 23 सतीका प्रश्न तथा उसके उत्तरमें भगवान् शिवद्वारा ज्ञान एवं नवधा भक्तिके स्वरूपका विवेचन) (अध्याय:21 से और 23 ) :-कैलास तथा हिमालय पर्वतपर श्रीशिव और सतीके विविध विहारोंका विस्तारपूर्वक वर्णन करनेके पश्चात् ब्रह्माजीने कहा-मुने … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 19 or 20(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:19 और 20 सती और शिवके द्वारा अग्निकी परिक्रमा, श्रीहरिद्वारा शिवतत्त्वका वर्णन, शिवका ब्रह्माजीको दिये हुए वरके अनुसार वेदीपर सदाके लिये अवस्थान तथा शिव और सतीका विदा हो कैलासपर जाना)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 19 or 20 (शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:19  और 20 सती और शिवके द्वारा अग्निकी परिक्रमा, श्रीहरिद्वारा शिवतत्त्वका वर्णन, शिवका ब्रह्माजीको दिये हुए वरके अनुसार वेदीपर सदाके लिये अवस्थान तथा शिव और सतीका विदा हो कैलासपर जाना) (अध्याय:19 और 20)   :-ब्रह्माजी … Read more

Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 18(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:18 ब्रह्माजीसे दक्षकी अनुमति पाकर देवताओं और मुनियोंसहित भगवान् शिवका दक्षके घर जाना, दक्षद्वारा सबका सत्कार तथा सती और शिवका विवाह)

(रुद्रसंहिता, द्वितीय (सती) खण्ड)) Shiv puran rudra samhita sati khand chapter 18(शिव पुराण रुद्रसंहिता सती सृष्टि खंड अध्याय:18 ब्रह्माजीसे दक्षकी अनुमति पाकर देवताओं और मुनियोंसहित भगवान् शिवका दक्षके घर जाना, दक्षद्वारा सबका सत्कार तथा सती और शिवका विवाह) (अध्याय:18) :-ब्रह्माजी कहते हैं-नारद ! तदनन्तर मैं हिमालयके कैलास-शिखरपर रहनेवाले परमेश्वर महादेव शिवको लानेके लिये प्रसन्नतापूर्वक उनके … Read more

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