Shiv puran kotirudra samhita chapter 43(शिव पुराण कोटिरुद्रसंहिता अध्याय 43 शिव सम्बन्धी तत्त्वज्ञानका वर्णन तथा उसकी महिमा, कोटिरुद्रसंहिताका माहात्म्य एवं उपसंहार)
(कोटिरुद्रसंहिता) Shiv puran kotirudra samhita chapter 43(शिव पुराण कोटिरुद्रसंहिता अध्याय 43 शिव सम्बन्धी तत्त्वज्ञानका वर्णन तथा उसकी महिमा, कोटिरुद्रसंहिताका माहात्म्य एवं उपसंहार) :-सूतजीने कहा-ऋषियो ! मैंने शिवज्ञान जैसा सुना है, उसे बता रहा हूँ। तुम सब लोग सुनो, वह अत्यन्त गुह्य और परम मोक्षस्वरूप है। ब्रह्मा, नारद, सनकादि, मुनि व्यास तथा कपिल – इनके समाजमें … Read more