Devi bhagwat puran skandh 3 chapter 9(श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण तृतीयःस्कन्धःनवमोऽध्यायःगुणोंके परस्पर मिश्रीभावका वर्णन, देवीके बीजमन्त्रकी महिमा)
Devi bhagwat puran skandh 3 chapter 9(श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण तृतीयःस्कन्धःनवमोऽध्यायःगुणोंके परस्पर मिश्रीभावका वर्णन, देवीके बीजमन्त्रकी महिमा) [अथ नवमोऽध्यायः] :-नारदजी बोले- हे तात ! आपने गुणोंके लक्षणोंका वर्णन किया, किंतु आपके मुखसे निःसृत वाणीरूपी मधुर रसका पान करता हुआ मैं अभी भी तृप्त नहीं हुआ हूँ ॥ १ ॥ अतएव अब आप इन गुणोंके सूक्ष्म ज्ञानका यथावत् वर्णन … Read more