Devi bhagwat puran skandh 3 chapter 8(श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण तृतीयः स्कन्धः अथाष्टमोऽध्यायः सत्त्वगुण, रजोगुण और तमोगुणका वर्णन)
Devi bhagwat puran skandh 3 chapter 8(श्रीमद्देवीभागवतमहापुराण तृतीयःस्कन्धःअथाष्टमोऽध्यायः सत्त्वगुण, रजोगुण और तमोगुणका वर्णन) [अथाष्टमोऽध्यायः] :’ब्रह्माजी बोले- हे तात! आपने जो मुझसे पूछा था, वह सृष्टिका वर्णन मैंने कर दिया। अब गुणोंका स्वरूप कहता हूँ, उसे एकाग्रचित्त होकर सुनो ॥ १ ॥ सत्त्वगुणको प्रीतिस्वरूप समझना चाहिये, वह प्रीति सुखसे उत्पन्न होती है। सरलता, सत्य, शौच, … Read more