Bhagwat puran skandh 8 chapter 8 (भागवत पुराण अष्टम: स्कन्ध:अध्याय 8 समुद्रसे अमृतका प्रकट होना और भगवान्का मोहिनी-अवतार ग्रहण करना)
Bhagwat puran skandh 8 chapter 8 (भागवत पुराण अष्टम: स्कन्ध:अध्याय 8 समुद्रसे अमृतका प्रकट होना और भगवान्का मोहिनी-अवतार ग्रहण करना) (संस्कृत श्लोक: -) श्रीशुक उवाच पीते गरे वृषाङ्केण प्रीतास्तेऽमरदानवाः । ममन्थुस्तरसा सिन्धुं हविर्धानी ततोऽभवत् ।।१ अनुवाद: – श्रीशुकदेवजी कहते हैं- इस प्रकार जब भगवान् शंकरने विष पी लिया, तब देवता और असुरोंको बड़ी … Read more