Bhagwat puran skandh 5 chapter 21(भागवत पुराण पञ्चमः स्कन्ध:अध्याय इक्कीस सूर्यके रथ और उसकी गतिका वर्णन)
Bhagwat puran skandh 5 chapter 21(भागवत पुराण पञ्चमः स्कन्ध:अध्याय इक्कीस सूर्यके रथ और उसकी गतिका वर्णन) संस्कृत श्लोक: – श्रीशुक उवाच एतावानेव भूवलयस्य संनिवेशः प्रमाणलक्षणतो व्याख्यातः ।।१।।एतेन हि दिवो मण्डलमानं तद्विद उपदिशन्ति यथा द्विदलयोर्निष्पावादीनां ते अन्तरेणान्तरिक्षं तदुभयसन्धितम् ।।२।। श्रीशुकदेवजी कहते हैं- राजन् ! परिमाण और लक्षणोंके सहित इस भूमण्डलका कुल इतना ही विस्तार है, … Read more