गरुड़ पुराण-सारोद्धार सातवाँ अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 7.

॥ श्रीहरिः ॥ (गरुड़ पुराण-सारोद्धार) (सातवाँ अध्याय) गरुड़ पुराण-सारोद्धार सातवाँ अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 7. ( गरुड़ पुराण — सातवाँ अध्याय सारोद्धार) “पुत्रकी महिमा, दूसरेके द्वारा दिये गये पिण्डदानादिसे प्रेतत्वसे मुक्ति- इसके प्रतिपादनमें राजा बभ्रुवाहन तथा प्रेतकी कथा” :-सूतजी ने कहा ;– ऎसा सुनकर पीपल के पत्ते की भाँति काँपते हुए गरुड़जी ने प्राणियों के … Read more

गरुड़ पुराण-सारोद्धार छठा अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 6.

॥ श्रीहरिः ॥ (गरुड़ पुराण-सारोद्धार) (छठा अध्याय) गरुड़ पुराण-सारोद्धार छठा अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 6. ( गरुड़ पुराण — छठा अध्याय सारोद्धार) “जीवकी गर्भावस्थाका दुःख, गर्भमें पूर्वजन्मोंके ज्ञानकी स्मृति, जीवद्वारा भगवान्से अब आगे दुष्कर्मोंको न करनेकी प्रतिज्ञा, गर्भवाससे बाहर आते ही वैष्णवी मायाद्वारा उसका मोहित होना तथा गर्भावस्थाकी प्रतिज्ञाको भुला देना” :-गरुड़ जी ने कहा … Read more

गरुड़ पुराण-सारोद्धार पांचवां अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 5.

॥ श्रीहरिः ॥ (गरुड़ पुराण-सारोद्धार) (पाँचवां अध्याय) गरुड़ पुराण-सारोद्धार पांचवां अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 5. ( गरुड़ पुराण — पाँचवां अध्याय सारोद्धार) “कर्मविपाकवश मनुष्यको अनेक योनियों और विविध रोगोंकी प्राप्ति” गरुड़ जी ने कहा – हे केशव ;- जिस-जिस पाप से जो-जो चिह्न प्राप्त होते हैं और जिन-जिन योनियों में जीव जाते हैं, वह मुझे … Read more

गरुड़ पुराण-सारोद्धार चौथा अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 4.

॥ श्रीहरिः ॥ (गरुड़ पुराण-सारोद्धार) (चौथा अध्याय) गरुड़ पुराण-सारोद्धार चौथा अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 4. ( गरुड़ पुराण — चौथा अध्याय सारोद्धार) (“नरक प्रदान करानेवाले पापकर्म”) गरुड़ जी ने कहा ;– हे केशव ! किन पापों के कारण पापी मनुष्य यमलोक के महामार्ग में जाते हैं और किन पापों से वैतरणी में गिरते हैं तथा … Read more

गरुड़ पुराण-सारोद्धार तीसरा अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 3.

॥ श्रीहरिः ॥ (गरुड़ पुराण-सारोद्धार) (तीसरा अध्याय) गरुड़ पुराण-सारोद्धार तीसरा अध्याय:-garud puran saroddhar chapter 3. ( गरुड़ पुराण — तीसरा अध्याय सारोद्धार) (यमयातनाका वर्णन, चित्रगुप्तद्वारा श्रवणोंसे प्राणियोंके शुभाशुभ कर्मके विषयमें पूछना, श्रवणोंद्वारा वह सब धर्मराजको बताना और धर्मराजद्वारा दण्डका निर्धारण) :-गरुड़ जी ने कहा ;– हे केशव ! यम मार्ग की यात्रा पूरी कर के … Read more

गरुड़ पुराण-सारोद्धार पहला अध्याय:-garuda puran saroddhar chapter 1.

॥ श्रीहरिः ॥ (गरुड़ पुराण-सारोद्धार) (पहला अध्याय) गरुड़ पुराण-सारोद्धार पहला अध्याय:-garuda puran saroddhar chapter 1. :-भगवान् विष्णु तथा गरुडके संवादमें गरुडपुराण-सारोद्धारका उपक्रम, पापी मनुष्योंकी इस लोक तथा परलोकमें होनेवाली दुर्गतिका वर्णन, दशगात्रके पिण्डदानसे यातनादेहका निर्माण. धर्म ही जिसका सुदृढ़ मूल है, वेद जिसका स्कन्ध (तना) है, पुराण रूपी शाखाओं से जो समृद्ध है, यज्ञ जिसका … Read more

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