Devi bhagwat puran skandh 1 chapter 15 (देवी भागवत पुराण प्रथम स्कंध: पञ्चदशोऽध्यायः शुकदेवजीका विवाहके लिये अस्वीकार करना तथा व्यासजीका उनसे श्रीमद्देवीभागवत पढ़नेके लिये कहना)

Devi bhagwat puran skandh 1 chapter 15 (देवी भागवत पुराण प्रथम स्कंध:पञ्चदशोऽध्यायःशुकदेवजीका विवाहके लिये अस्वीकार करना तथा व्यासजीका उनसे श्रीमद्देवीभागवत पढ़नेके लिये कहना) (अथ पञ्चदशोऽध्यायः) -श्रीशुकदेवजी बोले- हे पिताजी ! सर्वदा दुःख देनेवाले गृहस्थाश्रमको मैं कभी स्वीकार नहीं करूँगा; क्योंकि [पशु-पक्षियोंको फँसानेवाले] जालके समान यह आश्रम सभी मानवोंके लिये सदा बन्धनस्वरूप है ॥ १ ॥ … Read more

Bhagwat puran intro (भागवत पुराण प्रस्तावना)

!!श्री गणेशाय नमः!! !!भागवत पुराण (Bhagavat Puran intro in hindi) का महत्व!! “पुराणों में भागवत पुराण सबसे अधिक लोकप्रिय पुराण कहा जाता हे। इस पुराण में भगवान श्री कृष्ण की लीला जीतनी बताई गयी हे उतनी किसी अन्य पुराण में नहीं है। इसलिए भागवत पुराण कृष्ण भक्त के लिए पूजनीय ग्रंथ है। “भागवत पुराण में … Read more

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