अष्टावक्र गीता पहला अध्याय:-Ashtavakra geeta chapter 1.

अष्टावक्र गीता पहला अध्याय:-Ashtavakra geeta chapter 1. (पहला अध्याय) जनक उवाच – कथं ज्ञानमवाप्नोति, कथं मुक्तिर्भविष्यति। वैराग्य च कथं प्राप्तमेतद ब्रूहि मम प्रभो॥१-१॥ वयोवृद्ध राजा जनक, बालक अष्टावक्र से पूछते हैं – हे प्रभु, ज्ञान की प्राप्ति कैसे होती है, मुक्ति कैसे प्राप्त होती है, वैराग्य कैसे प्राप्त किया जाता है, ये सब मुझे बताएं॥१॥ … Read more

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