अष्टावक्र गीता अध्याय 20 :-Ashtavakra geeta chapter 20.
अष्टावक्र गीता अध्याय 20 :-Ashtavakra geeta chapter 20. (अध्याय 20. ) जनक उवाच – क्व भूतानि क्व देहो वा क्वेन्द्रियाणि क्व वा मनः। क्व शून्यं क्व च नैराश्यं मत्स्वरूपे निरंजने॥२०-१॥ राजा जनक कहते हैं – मेरे निष्कलंक स्वरुप में पाँच महाभूत कहाँ हैं या शरीर कहाँ है और इन्द्रियाँ या मन कहाँ हैं, शून्य कहाँ … Read more